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Toggle🌱 जीवन व इसकी विविधता (Life and its Diversity)
🏫 Class 9 Life Science (West Bengal Board)
“जीवन व इसकी विविधता” अध्याय में पृथ्वी पर पाए जाने वाले जीवों की विविधता के बारे में बताया गया है। इसमें जीवों के वर्गीकरण की आवश्यकता और ह्विटेकर द्वारा प्रस्तावित पाँच जगत वर्गीकरण प्रणाली को समझाया गया है। यह अध्याय पादप, जन्तु, कवक, प्रोटिस्टा और मोनेरा जगत के मुख्य लक्षणों के साथ-साथ कशेरुक, उभयचर, स्तनधारी और अकशेरुक जीवों की विशेषताओं को भी दर्शाता है।
🧠 Group-A: सही उत्तर चुनिए (MCQs with Answers)
जीवों को पाँच जगतों में विभक्त किया
➤ (a) ह्विटेकर नेवर्गीकरण की इकाई है
➤ (a) प्रजातिद्विनाम पद्धति के प्रस्तावक हैं
➤ (a) लिनेयूग्लीना है
➤ (d) प्रोटिस्टा काकवक में नहीं मिलता है
➤ (c) क्लोरोफिलमशरूम है
➤ (b) कवकबहुकोशिकीय जीव है
➤ (a) स्पाइरोगाइरास्वपोषी तथा परपोषी दोनों प्रकार के पोषण वाला जीव है
➤ (a) जीवाणुपादप वर्ग का उभयचर कहलाता है
➤ (d) ब्रायोफाइटाशीतरक्त वाला प्राणी है
➤ (b) मेढ़कपाश्वरेखा उपस्थित है
➤ (a) मछली मेंस्पंजी अस्थियों वाला प्राणी है
➤ (b) कछुआशिरा-हृदय उपस्थित होता है
➤ (b) मछली मेंहृदय में तीन कक्ष होते हैं
➤ (c) मेढ़क केहोमोसेपिएन्स वैज्ञानिक नाम है
➤ (d) इनमें से कोई नहीं
(सही उत्तर होता: मनुष्य का, लेकिन विकल्पों में नहीं है)
✍️ Group-B: रिक्त स्थान की पूर्ति करें
टैक्सोनॉमी शब्द का प्रयोग डे-कैंडोल ने किया।
पादप स्वपोषी तथा जन्तु परपोषी होते हैं।
लाइकेन का उदाहरण शैवाल और कवक के सहजीवन का है।
मनुष्य के हृदय में चार कक्ष होते हैं।
साइकस को जीवित जीवाश्म माना जाता है।
मूंगा का निर्माण नीडेरिया संघ के जन्तुओं द्वारा होता है।
प्रोटोप्टेरस में फेफड़ों द्वारा श्वसन होता है।
मछलियों में त्वचा से श्वसन होता है।
अंडे देने वाले स्तनधारी हैं प्लैटीपस और एकिड्ना।
कशेरुकी में पृष्ठ रज्जु मेरुदंड में प्रतिस्थापित हो जाती है।
✅ सही या गलत लिखिए (True/False)
द्विपद नामकरण तैमार्क ने दिया था। ❌ (गलत)
साइकन पोरीफेरा संघ का जीव है। ✅ (सही)
पादप वायुमण्डल से ऑक्सीजन लेते हैं। ❌ (गलत)
पाँच जगत वर्गीकरण लीनियस ने दिया था। ❌ (गलत)
मेंटल (mantle) आर्थोपोडा वर्ग की विशेषता है। ❌ (गलत)
🔗 स्तम्भ मिलान करें
स्तम्भ A | स्तम्भ B | सही युग्म |
---|---|---|
(i) मोलस्का | (d) मैटल | i – d |
(ii) उभयचर | (c) तीन कक्षीय हृदय | ii – c |
(iii) प्रोटोयेरिया | (a) प्रारंभिक स्तनपायी | iii – a |
(iv) मोनेरा | (f) प्रोकैरियोटिक कोशिकायें | iv – f |
❓ Group-C: संक्षिप्त उत्तर (2–3 वाक्यों में)
1.वर्गीकरण किसे कहते हैं?
➤ जीवों को उनके लक्षणों के आधार पर समूहों में बाँटना वर्गीकरण कहलाता है। यह अध्ययन को आसान बनाता है।
2.जीव विविधता से क्या समझते हो?
➤ पृथ्वी पर पाए जाने वाले सभी प्रकार के जीवों की विभिन्नता को जीव विविधता कहते हैं।
3.पाँच जगत वर्गीकरण का आधार क्या है?
➤ कोशिकीय संगठन, पोषण का तरीका, कोशिका की संरचना आदि इसके आधार हैं।
4.कवकों को अलग जगत फंजाई में क्यों रखा गया?
➤ कवकों में क्लोरोफिल नहीं होता और ये परपोषी होते हैं, इसलिए इन्हें अलग जगत में रखा गया।
5.पादप जगत के प्रमुख वर्ग:
➤ शैवाल, ब्रायोफाइटा, टेरिडोफाइटा, अनावृतबीजी (जिम्नोस्पर्म), आवृतबीजी (एन्जियोस्पर्म)
6.प्रोटिस्टा में किस प्रकार के जीव आते हैं?
➤ एककोशिकीय यूकैरियोटिक जीव जैसे अमीबा, पैरामीशियम, यूग्लीना।
7.ब्रायोफाइटा के तीन लक्षण व उदाहरण:
➤ जल में प्रजनन, जड़ का अभाव, नालिका तंत्र नहीं होता; उदाहरण: मॉस।
8.एकबीजपत्री और द्विबीजपत्री में अंतर:
➤ एकबीजपत्री में एक बीजपत्र (जैसे धान), द्विबीजपत्री में दो (जैसे चना) होते हैं।
9.द्विपार्श्व सममिति किसे कहते हैं?
➤ जब शरीर को दो बराबर भागों में बाँटा जा सके; जैसे – मनुष्य।
10.आर्थोपोडा के तीन लक्षण:
➤ खंडित शरीर, जोड़दार पैर, कठोर बाह्य कंकाल।
11.पृथ्वी पर जीवों की उत्पत्ति कब हुई?
➤ लगभग 3.5 अरब वर्ष पूर्व।
12.बीज रहित पौधों को किस उपजगत में रखा गया?
➤ ब्रायोफाइटा एवं टेरिडोफाइटा।
13.गमन में अक्षम प्राणी का नाम:
➤ स्पंज (साइकन)
14.स्तनधारी वर्ग की विशेषताएं:
➤ स्तन ग्रंथियाँ होती हैं, बाल होते हैं, जीव जन्म देते हैं।
15.पृष्ठ रज्जु क्या है?
➤ यह रज्जुकीय जीवों की एक नालीनुमा संरचना है जो मेरुदंड में विकसित होती है।
🧠 Group D – विस्तृत उत्तरीय प्रश्न (Long Answers)
1. वर्गीकरण का जनक कौन था? आवश्यकता क्यों है?
उत्तर :- कार्ल लीनियस को वर्गीकरण का जनक कहा जाता है। वर्गीकरण आवश्यक है क्योंकि इससे जीवों को पहचानना और उनका अध्ययन करना सरल हो जाता है। यह वैज्ञानिकों को पूरी दुनिया में एक समान भाषा में जीवों की जानकारी साझा करने में मदद करता है।
2. पादप जगत का वर्गीकरण:
- शैवाल (Algae)
- ब्रायोफाइटा (Bryophyta)
- टेरिडोफाइटा (Pteridophyta)
- जिम्नोस्पर्म (Gymnosperms)
- एन्जियोस्पर्म (Angiosperms)
3. शैवाल और कवक में अंतर:
शैवाल: इनमें क्लोरोफिल होता है, ये प्रकाश संश्लेषण करते हैं। (जैसे – स्पाइरोगाइरा)
कवक: इनमें क्लोरोफिल नहीं होता, ये परपोषी होते हैं। (जैसे – म्यूकर)
4. जन्तु-जगत की प्रमुख विशेषताएं:
बहुकोशिकीय, उपापचयी, गतिशील, विशेषीकृत ऊतकों वाले जीव होते हैं।
5. जीवन की उत्पत्ति:
जीवन की उत्पत्ति लगभग 3.5 अरब वर्ष पूर्व जल में रासायनिक विकास की प्रक्रिया से हुई। सर्वप्रथम सरल एककोशिकीय जीव उत्पन्न हुए।
6. उभयचर जीवों की विशेषताएं:
जल व थल दोनों में रह सकते हैं।
तीन कक्षीय हृदय होता है।
उदाहरण: मेढ़क
7. पक्षियों की विशेषताएं:
शरीर पर पंख,
उड़ने योग्य शरीर,
चार-कक्षीय हृदय
सबसे बड़ा जन्तु संघ: आर्थोपोडा
8. वर्गीकरण के सोपान व सजीव-निर्जीव में अंतर:
वर्गीकरण के सोपान: जगत > संघ > वर्ग > गण > कुल > वंश > प्रजाति
सजीव और निर्जीव में अंतर:
सजीव में चयापचय होता है, गति होती है, प्रजनन करते हैं
निर्जीव में यह सब नहीं होता
9. पाँच जगत का परिचय:
मोनेरा : मोनेरा जगत में सभी एककोशिकीय और सूक्ष्मजीव शामिल होते हैं जिनके कोशिका में स्पष्ट नाभिक (nucleus) नहीं होता है। इन्हें प्रोकैरियोटिक जीव कहा जाता है। उदाहरण: बैक्टीरिया, साइनोबैक्टीरिया।
प्रोटिस्टा : प्रोटिस्टा जगत में एककोशिकीय यूकैरियोटिक जीव शामिल होते हैं। इनमें नाभिक स्पष्ट रूप से पाया जाता है। इनमें कुछ पौधों जैसे, कुछ जानवरों जैसे और कुछ फंजाई जैसे गुण होते हैं। उदाहरण: अमीबा, पैरामीशियम, युग्लीना।
फंजाई : फंजाई जगत में वे यूकैरियोटिक जीव शामिल होते हैं जो अपघटक (decomposers) होते हैं और मृत कार्बनिक पदार्थों पर जीवनयापन करते हैं। इनकी कोशिका भित्ति काइटिन से बनी होती है। उदाहरण: कवक, यीस्ट, ब्रेड मोल्ड।
प्लांटी : प्लांटी जगत में सभी हरित पौधे आते हैं जो प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) के द्वारा अपना भोजन स्वयं बनाते हैं। ये बहुकोशिकीय, यूकैरियोटिक और स्थायी होते हैं। उदाहरण: पेड़-पौधे, शैवाल, फर्न, ब्रायोफाइट्स।
एनिमेलिया : एनिमेलिया जगत में सभी बहुकोशिकीय, यूकैरियोटिक और सजीव जन्तु शामिल होते हैं जो अपना भोजन स्वयं नहीं बना सकते (हेटरोट्रॉफ्स)। ये चलायमान होते हैं और तंत्रिका तंत्र से युक्त होते हैं। उदाहरण: मनुष्य, कुत्ता, मछली, पक्षी।
🎨 चित्र बनाएं – नाम सहित
म्यूकर
अमीबा
फर्न
एकबीजपत्री बीज
साइकस
मॉस
फीता कृमि
कबूतर
केंचुआ
मेढ़क
तारा मछली
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