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आनुवंशिकता व सामान्य आनुवंशिक बीमारियाँ

आनुवंशिकता व सामान्य आनुवंशिक बीमारियाँ

.आनुवंशिकता व सामान्य आनुवंशिक बीमारियाँ पाठ का mcq

1 .आनुवंशिकता का पिता कहा जाता है-

उत्तर :-मेंडल को 

2 .मेंडल एक मठ के पादरी थे-

उत्तर :-आस्ट्रिया के 

३. कायिक विभिन्नता होती है –

उत्तर:-उपार्जित 

4. जीव की जीनी संरचना है-

उत्तर :-जीनो टाइप 

5 .इनमे से कौन सभी जीवों में वंशानुगत गुणों को पीढ़ी -दर -पीढ़ी संचारित करता हैं –

उत्तर :-ऑटोसोम

6 .मेंडल के मटर के पौधे पर किये गये प्रसिद्ध प्रयोग की व्याख्या में शुद्ध रूप से लम्बे P को प्रदर्शित किया गया-

उत्तर :-Tt द्वारा

7 .माता-पिता के उन गुणों का अध्ययन जो संतानों को उनके सदृश बनाता है-
उत्तर :-आनुवंशिकता
 
8. विज्ञान की वह शाखा जिसमें आनुवंशिकता से संबंधित विषयों का अध्ययन किया जाता है-

उत्तर :-आनुवंशिकी विज्ञान

9. विपरीत लक्षणों के जोड़े हैं-

उत्तर:-द्विसंकर 

10. मेंडल ने अपना प्रयोग किया, मटर के-

उत्तर :- 7  जोड़ों पर 

11. F, पीढ़ी में प्रकट होने वाला लक्षण है-

उत्तर :-प्रभावी 

12. लाला एवं सफेद फूलों के मध्य संकरण की क्रिया होने पर –

उत्तर :-लाल रंग प्रभावी होता है 

13. यदि एक लम्बे पौधे का संकरण नाटे पौधे से हो, तो पीढ़ी में में सभी पौधे-

उत्तर :-संकर लम्बे होंगे 

14. मेंडल के नियम हैं –

उत्तर :-चार 

15. निम्नांकित में से कौन लिंग सहलग्न रोग है-

उत्तर :-रतौंधी 

16. वर्णान्धता से पीड़ित व्यक्ति किन रंगों में अन्तर नहीं कर पाता-

उत्तर :-लाल व  हरा 

17. वर्णान्धता का सम्बन्ध किसमें गड़बड़ी से है-

उत्तर :-आँखों की मांसपेशी 

18. मानव में लिंग का निर्धारण होता है-

उत्तर :-लैंगिक गुणसूत्र के विशिष्ट सयोग द्वारा 

19. जीन विनिमय होता है-

उत्तर :-समसूत्री 

20. लिंग गुणसूत्र का अन्य नाम है-

उत्तर :-हेट्रोसोम

.आनुवंशिकता व सामान्य आनुवंशिक बीमारियाँ पाठ का रिक्त स्थानों की पूर्ति करो

1. ग्रेगर मेंडल ने आनुवंशिकता का पता लगाया।
2. TT  अक्षरों का उपयोग लम्बे लक्षणों का लिए होता है। 
3. जीन्स DNA के  बने होते हैं।
4. संकर संतानों को उत्पन्न करने की विधि मिश्रित विवाद कहलाती है।
5. Rr रेसेसिव गुणसूत्रों को व्यक्त करता है।
6. मेंडल के आनुवंशिकता संबंधी नियम नियम हैं।
7. मेण्डल का पूरा नाम जॉन ग्रेगर जॉनासेन मेंडल है।
8. मानव के गुणसूत्रों की संख्या 46 है।
9. गंजापन एक अनुवांशिक   बीमारी है।
10. गुणसूत्र  मनुष्य में लिंग निर्धारण करते हैं।
11. लिंग निर्धारण में भाग लेने वाले गुणसूत्रों को सेक्स लिंक्ड गुणसूत्र कहते हैं।
12. मानव में शिशु लिंग का निर्धारण पिता    की अनुवांशिक रचना द्वारा होता है।
13. मानव की द्विगुणित कोशिका में ऑटोसोम्स की संख्या 46 है।
14. नर जीनरेटर प्रकार के युग्मक (gamets) उत्पन्न करते हैं।
15. सहलग्न जीनों की स्थिति एक साथ होती है।

. आनुवंशिकता व सामान्य आनुवंशिक बीमारियाँ पाठ का लघुत्तरीय प्रश्न

1. आनुवंशिकता में 3:1 का अनुपात क्या है ?
उत्तर :-आनुवंशिकता में 3:1 का अनुपात यह बताता है कि एक संस्थानिक विशेषता का आनुवंशिक वितरण किस प्रकार होगा।
 
 2. मेंडलवाद से तुम क्या समझते हो ?
उत्तर :-मेंडलवाद से मैं यह समझता हूं कि आनुवंशिकता के कानूनों को समझने का एक विज्ञान है जो जन्मानुदान के माध्यम से विशेषताओं का परिवारिक वितरण समझता है।
 
 3. आनुवंशिकता में ‘शुद्ध’ क्या है? 
उत्तर :-आनुवंशिकता में ‘शुद्ध’ विशेषता जो केवल एक जन्म जन्मानुदान के माध्यम से प्रभावित होती है।
 
4. F1  पीढ़ी की परिभाषा लिखो।
उत्तर :-F1  पीढ़ी की परिभाषा: जब किसी गुणसूत्र का पैदा होने वाले अद्वितीय रूप का विकास होता है जिसे बीज से पैदा किया गया हो।
 
5. आनुवंशिकता में 1:2:1 कहने से तुम क्या समझते हो ?
उत्तर :-आनुवंशिकता में 1:2:1 कहने से मैं यह समझता हूं कि दोनों प्रकार की शुद्ध विशेषताएँ दर्शाई जा सकती हैं जब दो जन्मों के अद्वितीय रूपों का संयोजन होता है।
 
 6. युग्म विकल्पी की परिभाषा लिखो। 
उत्तर :-युग्म विकल्पी का अर्थ है एक जन्म जन्मानुदान समय के दौरान दर्शाया गया विकल्पी विशेषता।
 
7. ‘संकर’ तथा ‘संकरण’ की संज्ञा दो। 
उत्तर :-‘संकर’ एक अवस्था है जब एक विशेषता की एकाधिक रूपों में एक संयोजन होता है। ‘संकरण’ एक प्रक्रिया है जिसमें विशेषताओं का संयोजन होता है।
 
8. उत्परिवर्तन क्या है? इसके प्रवर्तक का नाम लिखो।
उत्तर :-उत्परिवर्तन एक प्रक्रिया है जिसमें एक गुणसूत्र अन्य गुणसूत्र के प्रति विकल्पी या सुप्रतिविकल्पी होता है। इसके प्रवर्तक का नाम ग्रेगर मेंडल है।
 
9. लक्षण प्ररूप तथा जीन प्ररूप में अन्तर स्पष्ट करो। 
उत्तर :-लक्षण प्ररूप विशेषताएँ दिखाते हैं जबकि जीन प्ररूप विशेषताओं का संचार करते हैं।
 
10. मानव में लिंग निर्धारण के गुणसूत्र क्या-क्या है?
उत्तर :- मानव में लिंग निर्धारण के गुणसूत्र विकल्पी और सुप्रतिविकल्पी होते हैं।
 
11. विपरीत लक्षण कहने से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर :- विपरीत लक्षण का मतलब है एक विशेषता के एक विशेष रूप की प्रवृत्ति या प्रवृत्ति को दर्शाना।
 
उत्तर :-जॉन ग्रेगर जॉनसेन मेंडल (Gregor Johann Mendel) एक जर्मन फिजिशिस्ट, मठमेटिकियन, और बोटानिस्ट थे। उन्हें आनुवंशिकता के पिता माना जाता है क्योंकि उन्होंने पौधों के आनुवंशिक गुणसूत्रों के अध्ययन के माध्यम से आनुवंशिकता के मूल सिद्धांतों की पहचान की। मेंडल का महत्वपूर्ण योगदान है आनुवंशिक विज्ञान में उनके प्रयोगों और नियमों के माध्यम से जो की मेंडल के नियम कहलाते हैं। उनके अध्ययन ने जीवविज्ञान में आनुवंशिकता के क्षेत्र में नए दरवाजे खोले।
 
13. मटर पौधे के विभिन्न जोड़ी विपरीत लक्षणों को लिखो।

उत्तर :-मटर पौधे के विभिन्न जोड़ियों में विपरीत लक्षणों की कुछ उदाहरण हैं:

1. रंग: हरी, पीली, या विभिन्न रंगों की पोषणीयता।
2. आकार: छोटे, बड़े, गोल, या गुच्छ में आकार।
3. धारी: अधिक या कम फूलों की धारी।
4. पौधे की ऊँचाई: लंबे, छोटे, या मध्यम ऊँचाई के पौधे।
5. फल: बड़े, छोटे, स्वादिष्ट, अस्वादिष्ट, और विभिन्न रसों वाले फल।
6. दल: सफेद, काला, और विभिन्न रंगों वाले दल।
7. बीज: छोटे, बड़े, समान आकार वाले, और विभिन्न रंगों वाले बीज।

 14. आनुवंशिक रोग किसे कहते हैं? एक उदाहरण दो। 
उत्तर :-आनुवंशिक रोग वे रोग होते हैं जो व्यक्ति को उनके आनुवंशिक विरासत में मिले गुणसूत्रों के कारण होते हैं। इन रोगों के प्रसार में विशेष गुणसूत्रों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। एक उदाहरण आनुवंशिक रोग का है हेमोफिलिया, जो क्रोमोसोम X परिवारित होने वाली एक खून की गाड़ी विकार है। यह विकार लड़कों में अधिक प्रमुख होता है, क्योंकि वे केवल एक क्रोमोसोम X रखते हैं।
 
15. एक संकर संकरण की परिभाषा लिखो तथा एक उदाहरण दो।

उत्तर :-एक संकर संकरण वह प्रक्रिया है जिसमें दो संस्थानिक विशेषताएँ या गुणसूत्र एक संयोजन में मिलकर एक नयी विशेषता का निर्माण करती हैं। यह संकरण विभिन्न गणनात्मक प्रक्रियाओं में हो सकता है जैसे की उत्परिवर्तन, मेलानिन उत्पन्नन आदि।एक उदाहरण है हमारे शरीर में मेलानिन का उत्पन्नन। जब हमारे शरीर में सूर्य की किरणों का प्रभाव होता है, तो मेलानिन उत्पन्न होता है जो हमारे त्वचा को गुलाबी होने से बचाता है। यह एक संकर संकरण का उदाहरण है जहां एक प्राकृतिक प्रक्रिया के माध्यम से एक नयी विशेषता उत्पन्न होती है।

 
 

[3 .a ] आनुवंशिकता (Heredity )

उत्तर :-साध्धारणतः देखा गया है कि जीव प्रजनन की क्रिया के द्वारा अपने ही जैसे जीव की उत्पत्ति करता है। अतः यह कहा जा सकता है कि प्रत्येक शिशु में ऐसे गुण विद्यमान होते हैं जो उसे जनकों के समान बनाते हैं। अतः माता-पिता के उन गुणों का अध्ययन जो सन्तानों को माता-पिता के सदृश्य बनाते हैं, आनुवंशिकता (heredity) कहलाता है।

उत्तर :-आनुवंशिकता के संबंध में समूची जानकारी कोशिका के सविस्तार अध्ययन से प्राप्त हुई है।

उत्तर :- माता-पिता के शरीर की कोशिकाओं में ही पैतृक लक्षण (parental characters) पनपते हैं जो जनन के समय सन्तान के शरीर में जकन सन्तान को माता-पिता के सदृश बनाते हैं।

उत्तर :-जीव-विज्ञान की वह शाखा जो माता-पिता और सन्तान के समान लक्षणों के वंशागति (legacy) या आनुवंशिकता से संबंधित है, आनुवंशिकता विज्ञान (hereditary qualities) कहलाती है।

उत्तर :-मेण्डल का पूरा नाम ग्रेगर जॉन मेण्डल है। मेण्डल  को अनुवांशिकता का पिता कहा जाता है। उनका जन्म 1822 में हुआ। और मृतुय १८८४ में हुआ। ये आस्ट्रिया के   वैज्ञानिक ब्रुन (Brunn)के  मठ में  पादरी था। 

मेंडल के कार्य की पुनखोज (Rediscovery) सन् 1900 में तीन वनस्पति शास्त्री, हॉलैण्ड के ह्यूगो डी ब्राइस, जर्मनी के कोरेंस तथा ऑस्ट्रिया के बॉन शरमैक अलग-अलग प्रयोग करते हुए सामान्य (normal) निष्कर्ष पर पहुँचे। पुराने दस्तावेजों के सत्यापन के दौरान उनलोगों ने पाया कि उनके निष्कर्ष मेंडल द्वारा सन् 1866 में प्रकाशित निष्कर्षों के समान थे। वे लोग मेंडल को प्राथमिकता देने पर सहमत हुए और उन निष्कर्षों को मंडल के ‘आनुवंशिकता का नियम’ कहा इसलिए मेडल को आनुवंशिकी का जनक (Father of hereditary qualities) कहते हैं।

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